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दिल्ली को जाम से राहत, CM Atishi ने 257 करोड़ की लागत से बना फ्लाईओवर किया उद्घाटन

CM Atishi ने बुधवार को अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) तक बने नए फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। 2.2 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर के बन जाने से सड़क पर ट्रैफिक सिग्नल मुक्त हो गया है। पहले इस मार्ग पर विवेक विहार, श्रेष्ठ विहार और रामप्रस्थ लाल बत्ती के कारण जाम लगा रहता था। फ्लाईओवर के निर्माण पर कुल 257 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

1.44 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण 257 करोड़ रुपये में हुआ

अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार रेलवे ओवर ब्रिज तक बने छह-लेन फ्लाईओवर को बुधवार से जनता के लिए खोल दिया गया। इस फ्लाईओवर का निर्माण 1.44 किलोमीटर लंबा है और इसे सिंगल पिलर पर बनाया गया है। इसके निर्माण में 257 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस फ्लाईओवर के बन जाने से अब आनंद विहार बस अड्डा और रेलवे स्टेशन से अप्सरा बॉर्डर तक पहुंचने में केवल पांच मिनट लगेंगे, जबकि पहले ट्रैफिक जाम के कारण इसमें आधा घंटा लग जाता था।

PWD ने किया निर्माण कार्य

10 अक्टूबर 2022 को पीडब्ल्यूडी (PWD) ने इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू किया था। इसका शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया था। उस समय इसे 15 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन पेड़ों की कटाई की अनुमति सहित कई समस्याओं के कारण यह काम देरी से पूरा हुआ।

दो पेड़ों के कारण हुआ निर्माण में विलंब

हालांकि फ्लाईओवर पूरी तरह से तैयार हो गया है, लेकिन दो पेड़ों को हटाने में समस्या के कारण इन्हें सुरक्षा उपायों के साथ वहीं रहने दिया गया है। इन पेड़ों की मौजूदगी के बावजूद फ्लाईओवर को उद्घाटन कर दिया गया। इस मार्ग पर अब श्रेष्ठ विहार, रामप्रस्थ और विवेक विहार लाल बत्ती की कोई बाधा नहीं है।

दिल्ली को जाम से राहत, CM Atishi ने 257 करोड़ की लागत से बना फ्लाईओवर किया उद्घाटन

ट्रैफिक जाम से बचने में होगी समय की बचत

PWD ने दावा किया है कि फ्लाईओवर के बनने के बाद इस मार्ग पर हर दिन करीब 1.48 लाख वाहन गुजरेंगे। पहले इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम के कारण ड्राइवरों को औसतन 11.07 मिनट का समय बर्बाद करना पड़ता था। अब फ्लाईओवर के बन जाने से यह समय बचाया जा सकेगा।

ईंधन की खपत में होगी कमी

फ्लाईओवर के निर्माण से ईंधन की खपत में भी कमी आएगी। पीडब्ल्यूडी ने अनुमान लगाया है कि हर साल 16.57 लाख लीटर ईंधन की बचत होगी, जिससे 144.78 करोड़ रुपये की बचत होगी। इस तरह फ्लाईओवर की लागत दो वर्षों में वसूल हो जाएगी।

दिल्ली को मिलेगा सुगम यातायात का लाभ

इस फ्लाईओवर के बन जाने से दिल्ली के यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। आनंद विहार और अप्सरा बॉर्डर जैसे व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। साथ ही, समय और ईंधन की बचत से आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी होगा।

नए फ्लाईओवर की विशेषताएँ

  1. लंबाई और संरचना: 1.44 किलोमीटर लंबा और सिंगल पिलर पर आधारित।
  2. लागत: 257 करोड़ रुपये।
  3. सुविधाएँ: ट्रैफिक जाम से राहत, समय और ईंधन की बचत।
  4. दैनिक यातायात: करीब 1.48 लाख वाहन प्रतिदिन गुजरेंगे।

दिल्ली सरकार द्वारा निर्मित यह फ्लाईओवर राजधानी की यातायात व्यवस्था को और सुगम बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा उद्घाटन किए गए इस फ्लाईओवर से न केवल दिल्लीवासियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, बल्कि यह समय और ईंधन की बचत के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा। सरकार की यह पहल दिल्ली के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

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